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Megha Thakur Aug 2020
मेरे पास छोड़ जाओ,
अपनी खुशबू, अपनी बाते।
उन्हें सम्भाल कर रखूंगी मैं,
चाहे दिन हो या हो रातें।
- मेघा ठाकुर
Megha Thakur Aug 2020
कभी चाहते थे,
तुम्हें ना खोना।

अभी चाहते हैं,
की काश तुम हमे कभी मिले ही ना होते।
-मेघा ठाकुर
Megha Thakur Aug 2020
How hard it is,
To find peace.
Simple, as much as,
Feeling the fresh breeze.
-Megha Thakur
Megha Thakur Jun 2020
ये आँखे आत्मा का दरपन है,
बिन बोले सब बयान कर देती है।

छिपाती नहीं कुछ भी ये,
इंसान का हर राज़ बतादेती है।

झूठ इनकी फ़ितरत में नहीं,
ये तों सच का साथ ही देती है।

झाँकना हो किसीकी मन में तों,
रास्ता भी यहीं बतादेती है।
-मेघा ठाकुर
Megha Thakur Jul 2020
कौन क़ुबूल करता है,
की कोन कितना सच्चा है।
चाहे पतझड़ कितना भी लम्बा हो,
फूल तों फिर भी खिलता है।
क्या तुमने कभी किसीको मानते देखा है,
की वो मन से आज भी एक बच्चा है।
जितना जिसकी किस्मत में हो,
उतना उसको जरूर मिलता है।
-मेघा ठाकुर
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