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327 · Jul 2019
Waterfalls
These waterfalls flutter in the rains
These are like your eye drains
Want to say something
Say something more
By their smooth flow
The stones do not melt
Just like that
From the waterfall of your eyes
This world does not melt.

Drying of these springs
Brings melancholy on the hills
Just like that
Drying your eyes
Brings sadness on your face


Can be said
The waterfalls are the same
Like your eyes
When waterfalls loom
Birds tweet
Just like that
When your eyes are full of joyous rain
Children sing and zoom.

Waterfalls should never be in ego
as their source is not their own.
Eyes you never forget this too
that your source also does not belong to you.
316 · Jan 2019
On turning 54 today
Turned today 54
Eating sweets
Enjoying friend tweets
Drive away difficulties
Collect beauties
Enjoy good times
Never complaint of bad
That is my simple stead
311 · Jul 2022
Mushrooms
Mushrooms found
In different colours
Taste is the same
You wear different attires
beauty is the same
Days come with the
different challanges
Your stand is the same
Your words  are so sweet
That I chase you as a tame
People see me with surprise
I don't feel a shame but
When you ignore me
I feel as  a lame.
309 · Mar 2021
Challenge
To miss is love
To dream is lust
Without emotions
both are dust
To weep is weakness
To challenge is strength
Life is a challenge
it needs strength
307 · Feb 2019
Images of spring
Yellow attire
Blue nails
Looking like
Queen of fairy tales
Golden color
Gorgeous face
Looking amazing
as if beauty from space
Is it spring by you
Or you are by the spring?
What an amazing
subject to ponder
With so much to look
And so much to wonder
frequent you keep on
come   in the rosy spring
Make it possible for
each day to be a cozy thing
I wish evil eyes
be always afar
That is my ever lasting
wish at par.
ये चोकलेट भी अजीब है
चूसकर खाऊं तो गंवार कहलाऊं
चबाने पर मुंह में ठहरा ना पाऊं
दांतों पर चिपकी सह ना पाऊं
गरमी‌ मिलते ही संभाल ना पाऊं
पैकिंग देखकर रोज ललचाऊं।

तू भी लगती एक चोकलेट
तेरी बातें सुन सुन शर्माऊं
देख देख तुझे लार टपकाऊं
साथ चले तो लोगों से डर जाऊं
ऊंच नीच हो तो तुझे संभाल ना पाऊं
देखें बिना तुझे रह ना पाऊं।

चल‌ मेरी‌‌ चोकलेट
आज से मैं ‌बर्फ बन जाऊं
सिने पर मेरे तू रहे सुरक्षित
बंधन‌ अपना हो जाये अक्षत
दुनिया में ‌निभ जाये दस्तूर
तेरी उंगली के स्वरों का मैं संतूर।।
एक देहातिन
अपनी दस साल की बच्ची संग
बाजार में आती है
पैरों में जीर्ण शीर्ण हवाई चप्पल
तन पर देहाती घाघरा लुगड़ी
दोपहर की सुलगती धूप
तापमान पतालिस डिग्री पार
इस सबकी परवाह किए बगैर
दोनों सड़क पर पैदल चल रही हैं
रास्ते में एक हलवाई की दुकान देख
बाल मन ललचाता है
मां उस के मन की बात समझ जाती है
अपनी गरीबी की चिंता किए बगैर
उसे दस रूपये की कचोरी दिलाती है
बच्ची कचोरी हाथ में ले गर्व से चल पड़ती है
चलते चलते खाने लगती है
बाल मन ऐसा ही होता है
जगह नहीं देखता है
बस कहीं भी मन की मुराद पूरी कर लेता है
यही वह बात है जो रिश्तो की ऊंचाई को बताती है
माता-पिता को बच्चों का भगवान बनाती है
इसलिए शायद भगवान की भी कृपा रहती है
क्योंकि जिस गर्मी में हम
तेल की बनी वस्तुओं से किनारा करते हैं
वही मां के सद्भावना से खिलाने पर
शायद स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचा पाती है
रुपए पैसे गहने वस्त्र शायद कुछ नहीं हैं
सिर्फ मां है तो सब कुछ हैं
सर्दी गर्मी वर्षा मां के आंचल को
कभी भेद नहीं पाई हैं
क्योंकि मां के प्यार में कोई मिलावट नहीं है
उसमें कोई गरीबी नहीं है
सिर्फ ममता की अमीरी है
जो हर मौसम और बाधा‌ पर
हमेशा ही भारी है।
296 · Mar 2020
A Poet's Pride
World Poetry Day
A Languages Promotion Way
As UNESCO Say

A Poet's Pride
Coz he never hide
Anything on his side

World's Guide
In knowing best
Imagination
Fiction &
Composition
Regards to all HP Fellow Poets on our this special day i.e. today.
प्यार जब करना ही है
तो उससे करो
जो हो पाकीजा
जिसकी आंखे बोलती हों
होंठ गुलाब की पंखुड़ी से हों
खुलें तो खिल-खिलाते हों
चेहरा नूरानी हो
वक्र आकृतियां तूफानी हों
बस ध्यान रखें
गुलाब की संगत कांटो की होती है
सुंदर स्त्री नखरीली होती है
औकात अपनी परख लो
उसके बाद फैसला लो
चल पड़ी तो रंगीन जिंदगी
वरना खूबसूरत बंदगी
और बंदगी लाएगी अद्भुत संजीदगी।
तितलियां हैं ये दोस्तों संग
मुलाकात की घड़ियां
मुंबई, बंगलुरू,चंडीगढ़, दिल्ली
या फिर हो कोलकाता
रुके नहीं इनके पंखों की गतियां।।
291 · Nov 2023
Dove
Don't smile like this
Otherwise I will fall in love
How I will reach to you
I am not a dove
288 · Feb 2019
Power of emotional touch
Heart calling heart
led to meet
eyes contacted eyes
leading the desires
to get heights
she saw as if
she wanted to
tell deep secrets
I spoke in a light note
that resulted in
bringing out
her hidden emotions
And she found herself
beaming with all smiles
indicating as if she
desires to go together
miles and miles.
284 · Apr 2019
Simple nature saves us
She is like a hawk
Quickly picks my flaws
And I usually fell pray to her
She is powerful
Turns red like a traffic signal
When finds fault
Doesn't give a halt
Her beauty is green
Which makes her unseen
She is wise
Her wisdom keeps my hope alive
I wait for her good mood to arive
Meanwhile i make small flights
around her like a heavy godawan
She finds it interesting as a dawn
That is the beauty of our friendship
Beside all differences and hardship
दर्द की फिक्र
जब तक वास्ता ना पड़े
हकीम के हाथ से
जब वास्ता पड़े
ज्ञान‌का पुलिन्दा फिर
काम ना‌ करे
अपने पराये सब
दूर ही खड़े
सब कुछ भूल
राम नाम ही उचारे
सत्य का दर्शन
बस यही है प्यारे ।।
# On facing the molar extraction this afternoon.
283 · Jan 2022
National Girl child Day
A Girl
Synonym of creativity,
Devotion & beauty
A bond of family
Be she Radha,
shayra or Emily
Supporting in her
dreams come true
is society's
collective duty.
# It is national girl child day in India today.
सफेद एप्रन पहनकर
मरीजों का मसीहा आता है
कितना भी क्यों ना हो दु:ख मरीज का
उसके आने से फिर विश्वास से भर जाता है
उसके छू लेने से जादू सा हो जाता है।

अक्सर कलाकार कहते सुने जाते हैं
पात्र में जान फूंकने को पात्र बनना पड़ता है
और फिर पात्र ही बनकर जीने लगते हैं
सोचो यदि डॉक्टर ऐसा कहने लग जाए
फिर क्या हाल दुनिया के होने लग जाए
जिसके आने से उम्मीद ही‌ उम्मीद छा जाए

मरीजों का दर्द अनुभव करते करते
शायद कई बार करते होंगे
मरीज जैसे दर्द का अनुभव
ना कभी चेहरे पर इसका आभास होने देते
ना कभी कार्य की नाप का अनुभव कराते
ना कभी उनके कार्य की कीमत बताते
बस जल्दी ठीक हो जाओगे इतना कहते जाते
चारों तरफ उम्मीद की किरण हैं फैलाते

शुक्र है परमात्मा का कुछ लोगों को
महान सेवा कार्य में उतारते हैं
जो दिन रात जीवन बचाने में लगाते हैं
हम आज डॉक्टर दिवस पर उनका
सौ सौ बार आभार व्यक्त करते हैं।
279 · Apr 2021
Unable to hide
She was blonde
With Eyebrows having
Punjabi style
What was mistery
What was chemistry
Made it all irrelevant
And came into heart
to pierce with dart
Not injured but
feel tied and
Unable to hide.
278 · May 2019
Incurable pain
New generation considers the old generation to be a wooden board
Despite this it wants to  treat it as a computer cord

After a few years of chat
each other begins to accept as light
On the slightest sourness, 'light' sparks like 'lightening'
Then like an electric switch, suddenly "blocks" by pressing the" block button"

Gentlemen help with the feeling of philanthropy
The people say them" i will call back" in ten minutes when they need it.
Then the sound of "This number is busy" starts to repeat

Aging is a natural process
Separation of children in connection with work
And even the grandchildren is too
But the loneliness that comes out of it
is known to no one
which kills bit by bit.
277 · Jul 2021
Match
People say you my match
Coz we will play match of love
In which no medals
But life will be on its peddles
I say you babe
Coz you will be my
patience testing lab
If I pass you will give me babe
If I fail my life will be hell
I say you friend
Coz we will share
good and bad
You never let me alone
And sad
The line of our
mutual respect
will always be green
And I pledge
it will never be red
रंगों‌‌ पर यह पानी‌ की‌ बोछार
फिर भीनी- भीनी सुगन्ध
और गलबहियों के हार
ज्यों- ज्यों सीने‌ लगे अपनों से
त्यों- त्यों स्वच्छ भये मन विकार।।
# Happy Holi to all HPians.
276 · Jun 2022
पनीर
रिश्ते भी दूध की
तरह होते‌ हैं
मन‌ फट जाने पर
जीये  नहीं जाते
सिर्फ दिखाये जाते हैं
पनीर की तरह बहुमूल्य
नाम देकर जताये जाते हैं।।
275 · Jan 2019
Winter rain
Rumble more
Shower less
Long lightening
Small happening
Not torrential
But worth potential
Giving new life
to crops and plants
Washing the autumn signs
Nurturing them with full kinds
Thereby it is a winter boon
Generally coming in noon
That makes a picnic boom
With Spicy and drinks loom
Yesterday I posted a selfie
With some worthy words key
Comment came "pujo selfie"
Googled the meaning of Pujo
and became impatient
as result shown was indecent
Took assistance from
a language expert
She said you are a foul
and went on retort
Messaged to the sender
And inquired meaning
He explained Pujo is Hindi
word with worship meaning
Thereby "pujo selfie"
Carried the message of
"Worship the selfie and
those who are  seen in selfie"
Felt relieved and went on lol
How two languages used
together break the soul.
ओ मेरे बचपन के शहर
तू ही रहा मेरा जवानी का घर
तेरी सर्पिली स्टेशन रोड
जो अभी बता देगी
कितना मैं जीवन में चला पैदल
और कितना था मेरा बाल स्वावलंबन
इस रोड़ पर आगे कितना सुंदर
रामचंद्र गनेड़ीवाला मंदिर
जिसकी संगमरमर की जड़ाई
मेरे बाल मन को सदा ही भायी
इसका‌ प्यारा पादप उद्यान
देता पर्यावरण का विशेष भान
हवाओं फिर से दो एक ऐसा झोंका
जिससे मिल जाये एक महक का मौका।

चोपड़ आकृति पर बसा यह शहर
जिसका हर छोर सैलानी स्थल वाला
उत्तर में विशाल रामचंद्र पार्क
जिससे सटी हनुमान व्यामशाला
कभी होता था यहां अखाड़ा निराला
पश्चिम में हनुमान पार्क
जिसमें तरणताल विशाल
दक्षिण में मंदिर गनेड़ीवाला
संगमरमर की अद्भुत जड़ाईवाला
पूर्व में मेहंदीपुर बालाजी
जिसके महंत हैं लालजी
मध्य में सफेद घंटाघर
सेठ हरदेव दास जालान वाला
जिसमें गोल वाचनालय निराला
ऐसा मेरा शहर है बचपन वाला।

बिजली का यह बड़ा ठिकाना
33kv से 400kv तक का ग्रिड
हर किसी के लिए ना‌ अंजाना
टावर ज्यादा‌ आबादी कम
रोशनी की प्यारी चमाचम
बिजली के हर ऑफिस में
गलाई थी मैंने अपनी जवानी
खोई खोई सी परेशान
किसी भी फाइल पर
आज भी लिखावट में मिल जायेगी‌
मेरे व्यक्तित्व की निशानी।

रघुनाथ विधालय का विशाल दालान
ज्ञान का तीर्थ जिसके मुंहाने पाया मान
इसकी डेस्कों पर आज भी चिपकी होगी रूह मेरी
पढ रही होगी कोई उम्दा तहरीर
आज भी इसके किसी रजिस्टर के खानों में
होगी मेरे नाम की कोई पुरातन सी लकीर
शहर का 'सूर्य' सिनेमा हाल बतायेगा
कितनी बार मैंने थर्ड में बैठकर देखी फिल्म
और हॉस्टल से बाहर रहने का किया था जुल्म।

संतों में संत तो विश्वनाथ
जिस की बगीची अग्नि कोण
की जिसने नि:स्वार्थ उनकी सेवा
उसने जाना मानवता का दृष्टिकोण
विद्वानो की खान यह‌ शहर
जहां जन्में 'कल्याण' संस्थापक
भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार
किशोर कल्पना कांत और सूर्य शंकर
सरीखे राजस्थानी के रहे यहां धुरंधर
परमहंस के धोरे पर
अक्ष है इसके वजूद का
जाओ वहां तो पाओगे
संबंध है कोई सदियों का

परोपकारिकता की अद्भुत मिशाल
यहां के जालान,भुवालका सरीखे नाम
स्कूल, कालेज और चिकित्सालय
सब इनके हैं नि:स्वार्थ काम
धर्मशालाएं , पुस्तकालय और
बस स्टैंड जैसे हों देवालय कोई सुन्दर
मलाई वाला‌ दूध यहां मिलता था कभी निरंतर।

संस्कृत,संस्कृति और आयुर्वेद का संगम
हवेलियों के‌ अद्भुत चित्र हैं नयनाभिराम
श्याम मंदिर चोबीस घंटे रटा जाये राम
जो दिलाये इसको दूसरा‌ काशी‌ नाम।।
अब मेरा रेगिस्तान बदल रहा है
बाजरे से लेकर खजूर तक उगल रहा है।

खेतों में डेयरी फार्म है
ट्यूब वेलों की कल-कल है
बिछी हुई है पाइप कहीं
कहीं फव्वारों से बरसात है
छाज की जरूरत नहीं, थ्रेसर घर्र-घर्र कर रहा है।

खेती के लिए ट्रैक्टर
पिकअप सामान ढोने को
चढ़ने को अब बोलेरो
मोटरसाइकिल घूमे छोरो
खेत -खेत तारबंदी, हर राह पर गेट लग रहा है।

जहां बाजरा होता था
वहां सरसों पसार रहा है
तिल वाले धोरों को
इसबगोल ढक रहा है
कहीं झड़ बेरी की इस धरती पर, खजूर का पेड़ मुस्कुरा रहा है।

गया था बेर खाने
हरे चने से देख जी ललचाया
देख कर यह नजारा
बचपन फिर से अन्दर लौट आया
बिजली - पानी का मेल यह, किसान को सशक्त कर रहा है।
अब मेरा रेगिस्तान बदल रहा है।।
आ मेरे धोरे गर्मी में
खाटा- राबड़ी खूब पिलाऊं
गहरी नींद का आनंद कराऊं
लंच में हरी सांगरी का साग
और फोगला रायता‌‌ का स्वाद चखाऊं
बाजरा का रोट खिलाऊं
सांय मोठ बाजरा खीच खिलाऊं
जिसमें‌ आध पाव‌ घी का आनंद दिलाऊं

आ मेरे धोरे बरसात में
भूरी-भूरी रेत में चित्र बनवाऊं
सोंधी मिट्टी की खुशबू दिलाऊं
गुड़वानी का चूरमा खिलाऊं
कैर-सांगरी और फोफलिया
जैसे अद्भुत साग खिलाऊं
हल में जुते ऊंट दिखाऊं।

आ मेरे धोरे शिशिर में
काकड़,बेर,मतीरे का कातिसरा कराऊं
और बाजरे के सीटे(बाली) चबवाऊं

आ‌ मेरे ध़ोरे सर्दी में
भैंस दूध का दही खिलाऊं
काचर, फली की सब्जी खिलाऊं
दाल बाटी चूरमा का भोग लगवाऊं
त्योहार- मेलों‌ की सैर कराऊं
विवाहों के रिवाज दिखाऊं
घूमर‌ डांस में ठुमके लगवाऊं।

आ मेरे धोरे बसंत में
होली के बहाने मद में झूमाऊं
गणगौर मेले की सैर कराऊं
खीर -ढोकला खूब खिलाऊं
कृष्ण मृग अभयारण्य दिखाऊं।
चोपन का हो गया हूं
मिठाई खाता हूं
खुली हवा में रहता हूं
दिल की खिड़की
हमेशा खुली रखता हूं
दोस्तों की बातों से
मन को गुदगुदाता हूं
उनका भरपूर प्यार पाता हूं
इसीलिए हालात हारें हैं
और मैं हमेशा जीता हूं।।
यह धूप - छांव का खेल नहीं
अंतरमन की कशमकश है
कल तक थे जो धर्मनिरपेक्ष
आज उनकी दक्षिणपंथ में ठसक है
यह कैसा खेल राजनीति का
जिसमें आचरण का रक्षक नहीं
सवा सौ करोड़ के प्रतिनिधियों में
जरा भी पार्टी निष्ठा की ललक नहीं
ऐसे किरदार क्या वादा निभाएंगे
जिनको चेहरा बदलने में लगे पलक नहीं
मतदाता कहां जाए जब कहीं भी
उनके सामने निष्ठावान का विकल्प नहीं
सभी लैपटॉप ,साइकिल और नकदी की टॉफी देते हैं
किसी के पास बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार का तोड़ नहीं
लोगों को ही समझदार होना होगा
क्योंकि लोगों की समझदारी का जोड़ नहीं।
Love is in the air
It will blow
Love is in the river
It will flow
Love is in the sun
It will shine
Love is in the sky
It will be very high
Love is on the earth
It will certainly die
Whatever we do
during the love
is governed by nature
Therefore an expression
of a reaction on
the nature's action
is beyond our
scope of imagination
पंख में कृष्ण दिखे
गुलाब हृदय तेरा
दोऊ जगह कृष्ण दिखे
मिटे मेरे मन अंधेरा।।
थां नै घणी घणी बधाइयां
देवै परदेश रा लोग नै लुगाइयां
म्हे था नै निरबिरोध जीतायां हां मान सूं
म्हे जाणां म्हानै बडभागी
जदै थे आया अठै बडे चाव सूं
अबै थे बिराजोला बडी पंचाट मा
जठै बसै देश री आतमा
एकै काम थे म्हारो करणै रो जतन करया
म्हे बोहोत बरसां सूं जिके रै लैर पड़्या
जे थे करस्यो म्हारी पैरवियां
म्हे नाचांला पेहर पैंजणियां
थां नै घणी घणी बधाइयां
देवै परदेश रा लोग नै लुगाइयां।

म्हे छां दस किरोड़ राजस्थानी
म्हे बोलां दूजां री बाणी
म्हारा टाबर भूल्या म्हारी पिछाणी
म्हे जाणां‌ म्हे हां पढ्योड़ा‌ सूवा
जिका री भाषा है अणजाणी
म्हे चौंतीस सांसद राज रा
एकै पाछलै महाराज नै
चुणै भेज्या है परदेस रै काज नै
थां सगला मिल नै दिलाज्यो
म्हारी राजस्थानी नै माणता
जे थे करस्यो म्हारी पैरवियां
म्हे नाचांला पेहर पैंजणियां
थां नै घणी घणी बधाइयां
देवै परदेश रा लोग नै लुगाइयां।

राजस्थान छै मोटो परदेस
फेरूं भी म्हे माणस बेजुबान रा
सूण्यो है नेपाल देश है फूटरा
दे राखीहै राजस्थानी नै बीं माणता
अबकै मत चूक जा‌ज्यो थे
म्हानै थास्यूं‌ है बडी उम्मीदड़्यां
जे थे करस्यो म्हारी पैरवियां
म्हे नाचांला पेहर पैंजणियां
थां नै घणी घणी बधाइयां
देवै परदेश रा लोग नै लुगाइयां।।
It is a humble request to all MPs from rajasthan  for seeking the recognition of Rajasthani language from the govt of india on the occassion of the un-opposed election of former prime minister sh. MannMohan Singhji for Rajya Sabha from Rajasthan
259 · May 2021
समझ की लौ
ऋणी हूं तेरा
सिर के बाल से
पैर के नाखून तक
सब के सब
में तेरा ही बसेरा
तेरी समझ की लौ
से इनका है सवेरा
वर्षों का नहीं शायद
जन्मों का है ये फेरा।।
# toothache,self-help & memories for sure.
259 · Feb 2019
Bad but true bond
You see them as strangers
Soon they join and
become game changers
They feel affinity
even without links
They feel body smells and
Become informal in moments
Part with promise in fine lines
Sitting together as evening shines
Come together again n again
Even if family denounces.
They take drinks
And go on pranks
In pain they call in
Who share drinks
For programs
They go miles
What a fine is their charter
Mutual interest is two quarters.
258 · Aug 2019
Wise Biz
A
philanthropist
Lives his life for
others happiness
And
In this process
He teaches the
trade for bread
But
A
poet
Lives his life for
Others completeness
And
In this process
He teaches immortality
Of words world.
258 · Feb 2022
A Quartet
February fabulous
Romantic & Passionate
Colourful embience
A true love carpet
Soothing temperature
An accurate google map
to eat,dance,drink and
sing quartet
कुछ रचनाएं  पढ़ने से
कुछ दूसरी देखने से
तो कुछ बताने से
समझ में आती हैं
असल रचना वह  है
जो स्वयं बोल बताती है।
भगवान की धरती पर
प्रजातंत्र की शक्ति का
विश्व का सबसे बड़ा पर्व
भारतीय होने का बड़ा गर्व
फूलों का ताज
फूलों की तलवार
शब्दों का वार
शशि थरूर का प्रचार
मिले जनता का प्यार
तो हो जाए बेड़ा पार
अभी करते हैं 23 मई का इंतजार
तब तक ढेरों शुभकामनाएं हमार।
256 · Sep 2022
❤️❤️❤️
दिल झरना‌ है
दिल पत्थर भी
दिल की आग
एक नश्तर भी
दिल पर ना ले
वह अविजित
दिल टूटे तो
जीवन‌ खंडित।।
255 · Apr 2022
Earth day
Today is earth day
What would you like to say
The theme is invest on earth
I would like to say
Hey increase plantation
Preserve the wild animals
Through more forestation &
Increase solar power generation
This will keep us away from the
increased temperature and
humidity consequences.
Fridge water chills
require pills
Air Conditioner cools
takes to you line of ills
Heat and normal water
difficult to accept
Immunity boost
Protect from heat
by covering head
with cotton cloth
Drink normal water
to detox a lot
जो समस्याएं परिवार द्वारा नहीं सुलझाई जा सकती,
वहां दोस्त ही बनते हैं अंधेरे की बाती।।

#friendship
देर से सोना
देर से उठना
रात में खटपट करते रहना
है इशारा अब समय निकला अपना।

स्वाद से ज्यादा
पाचन का रोना
सुबह दूध छोड़
छाछ का पीना
सब्जियों में लौकी को तरजीह देना
है इशारा अब समय निकला अपना।

बेड(खाट) छोड़
तख्त अपनाना
व्यायाम से इतर
प्राणायाम को सराहना
सिर के बालों का कम होना
है इशारा अब समय निकला अपना।

बच्चों का मन
आपकी बातों में कम लगना
चाल में गति से इतर
सावधानी का शामिल होना
मिलने वाले का तबीयत पर ही जोर देना
है इशारा अब समय निकला अपना।

दांतो के बीच
अब जगह का होना
घर में लौंग तेल
का स्थाई ठिकाना
एक आध दांत का साल में बिछुड़ जाना
है इशारा अब समय निकला अपना।

प्रकृति से डोर बांधना
छोटी छोटी चीजों का मनन करना
साथी बिछुड़े‌ अक्सर याद आना
अतीत जब लगने लगे सुहाना
विरोधियों का भी सहानुभूति जताना
है इशारा अब समय निकला अपना।

हिसाब किताब जब
कोई पूछे अपना
पाठ नैतिकता का
ही उसको पढ़ाना
अपनों के गले यह बात ना उतरना
है इशारा अब समय निकला अपना।।
जीना उम्मीदों का
संग्रह यादों का
साथ दुआओं का
हाथ अपनों का
यही है सफर सपनों का।।
बन बादली तू आई
स्नेह और उल्लास लेकर

        जब तूने मेरे मार्ग को अख्तियार किया
        तब मैं उपकृत हुआ
        अब ओनर्स से मास्टर डिग्री लेने पर
        मैं सचमुच तर गया

सच में तुमने लिख दिया
फिर मेरा इतिहास नया

        मैं जब भी जागते हुए सपने‌‌ देखता
       तेरी सफलताओं की‌ कामनाओं में खो कर
‌      लोग मुझे अज्ञान कहते
        मरुस्थल में अंगूर उगाने का नाम लेकर

मिट गई कुछ तो पीर मेरी
जब तूने लिखा मेरा इतिहास नया ।।

‌ ‌
# On getting M.Tech. with Honours in Power System Engineering by my daughter.
248 · Jan 2019
Pain & Vain attempts
After ten years
suffering from acute fever
It has made to recall
Mother's care
That time near and dear
were to attend me
Today I have to stare
at ceiling alone
Remembering the scars
of time on bygone
Bad memories have got
mightier like a snake
To put my peace at stake
Why do we chase memories in pain
and put our strength in vain.
काल हमें लील सकता है
हमारी स्मृतियों को नहीं
लोगों के जेहन में हमारी
स्मृतियां ही हमारी
बहुमूल्य थाती हैं।।
247 · Sep 2019
हिन्दी
'ह' से है रंग हरा
'ह' से हैं सब हर्षित
'ह' का ही होता चिंतन
'ह' से ही है ये जीवन
आधे' न' से चार ज्ञानेंद्रियां
नाक, कान, आंख और रसना
ऐसी ही है हमारी रचना
'द' में भाव है देने का
'द' ही प्रतीक है दया का
'द' में समाया हर एक दिवस
'द' ही है दिवस का दीपक
जिसकी मात्राएं चांद और सूरज
ऐसी प्यारी हिंदी शब्द की सूरत
जिसकी सीमाएं हैं सीधी रेखाएं
ऐसी हैं हिंदी की उपमाएं।।
14 sept :India Hindi day.
247 · Aug 2019
मां है ना
वैसे तो अभी वक्त नहीं है
तथ्य और पथ्य जानने का
कुनबा तेरा सशक्त नहीं
मोल है उसका आने का
एक बात शाश्वत है
जोखिम तभी लो
जब हो कुछ पाने का
तपे हुए सोने पर से विश्वास
ना कभी डिगाने का
नतीजे जो भी हो
सीख मिलेगी‌ बढने की
खुश किस्मत होते हैं वो घर
जहां मां के हाथ कुंजी है
तुम्हारी समझ को सलाम
बस यही तुम्हारी पूंजी है।
246 · Jan 2023
चाहत
जो दिल से याद करते हैं
उनको मिलाने के लिए
धरती और आसमां दोनों
मार्ग प्रशस्त करते हैं।।
245 · Dec 2023
Back on poetry
When I get bored of party
I come back on poetry
Going down deep into self
is far more interesting
than outside partying.
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